Ambedkar Jayanti in HIndi – डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती

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Ambedkar Jayanti in HIndi – डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती

Ambedkar Jayanti in HIndiडॉ भीमराव आंबेडकर जयंती का यह पर्व 14 अप्रैल को भारत के कई शहरों के अलावा 100 से अधिक देशो में बहुत हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है | इस पर्व को मनाने के लिए बहुत पहले से ही तैयारी शुरू कर दी जाती है क्योंकि इस पर्व में लाखो की भीड़ श्रद्धांजलि देने के लिए जमा होती है | प्रत्येक वर्ष नई दिल्ली के सासंद भवन में इनकी मूर्ति पर भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित दूसरे राजनैतिक पार्टियों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है | भारत के लोग इन्हे भगवान के रूप में पूजा करते है | इस दिन पुरे भारत वर्ष में सार्वजनिक छुट्टियाँ (अवकाश) रहता है तथा कई कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है |

डॉ भीमराव आंबेडकर ने सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, औद्योगिक, शैक्षणिक, धार्मिक, राजनितिक आदि अनगिनित क्षेत्रो में कार्य कर राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई | हिन्दू धर्म में व्याप्त जातिवाद तथा छुआछूत के खिलाफ हमेशा लड़ते रहे | दलितों और पिछड़ों के विकास तथा अधिकारों के लिए प्रयासरत रहे, यही नहीं वह महिलाओं और मजदूरों के शोषण के विरुद्ध तथा उनका अधिकार दिलाने के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे | जिसके कारण आज भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व उनको याद करता है | उनके विशाल योगदान को याद करने के लिए बहुत हर्षोउल्लास तथा उमंग के साथ भारत के अलावा विश्व के कई देशो में डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती के पर्व को मनाया जाता है |

14 अप्रैल को मनाया जाने वाला Dr Bhimrao Ambedkar Jayanti को भीम जयंती (Bhim Jayanti) भी कहते है | इस दिन हमलोग समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में भी याद करते है क्योंकि बाबासाहेब आंबेडकर जीवनभर समानता और ज्ञान के प्रचार प्रसार के लिए संघर्ष किये | आंबेडकर जयंती को महाराष्ट्र सरकार ज्ञान दिवस के रूप में भी मानती है |

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डॉ बाबासाहेब ( भीमराव ) आंबेडकर के बारें में जानकारी – About Bhimrao Ambedkar information in Hindi

डॉ भीमराव आंबेडकर का जन्म मध्यप्रदेश के महू जिले में 14 अप्रैल 1891 में सैन्य छावनी में हुआ था |

भीमराव आंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल तथा माता के नाम भीमाबाई मुरबादकर था | ये अपने माता पिता के चौदहवी और आखरी संतान थी |

भीमराव आंबेडकर हिन्दू के महार जाति में जन्मे थे जिसे अछूत जाति माना जाता था |

आंबेडकर के बचपन का नाम भीमा, भीवा और भीमराव था |

राष्ट्रीयता भारतीय

डॉ भीमराव आंबेडकर को बाबासाहेब आंबेडकर भी कहते है |

भीमराव आंबेडकर का विवाहप्रथम विवाहरमाबाई आंबेडकर (1906 – निधन 1935 ई0 ), दूसरा विवाहडॉ सविता आंबेडकर (1948 – निधन 2003 ई0 )

डॉ भीमराव के पांच बच्चे थे यशवंत, रमेश, गंगाधर, राजरत्न और एक पुत्री इन्दु थी लेकिन दुर्भाग्यवश यशवंत को छोड़कर सभी बच्चे की मृत्यु बचपन में ही हो गई थी |

आंबेडकर ने सातारा शहर के गवर्नमेंट हाई स्कूल में 7 नवंबर 1990 को अंग्रेजी में प्रथम कक्षा में प्रवेश लिया था | इसी दिन उनके शैक्षणिक जीवन का आरम्भ हुआ जिसके कारण प्रत्येक वर्ष महाराष्ट्र में 7 नवंबर को विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है |

1907 ई0 में मैट्रिक परीक्षा पास की तथा एल्फिस्टन कॉलेज में एडमिशन लिया | ये पहले अछूत विद्यार्थी थे |

1912 ई0 में बॉम्बे विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र तथा राजनितिक विज्ञान में बी0 ए0 की डिग्री प्राप्त की |

1913 ई0 में बड़ोदा के महाराज सयाजीराव ने 3 साल के लिए 11.50 डॉलर प्रतिमाह डॉ भीमराव आंबेडकर को छात्रविर्ती प्रदान की जिसके कारण वे आगे की पढाई के लिए विदेश जा सके |

1915 ई0 में एम0 ए0 की डिग्री प्राप्त की तथा 1916 में अर्थशास्त्र में पी0 एच0 डी0 की डिग्री हासिल की | 1917 तक छात्रविर्ती समाप्त हो गई थी जिसके कारण भारत वापस लौटना पड़ा |

डॉ बाबासाहेब आंबेडकर को फिर से आगे की पढाई के लिए विदेश जाने का मौका मिला इसके बाद उन्होंने एम0 एससी0, डॉक्टर ऑफ साइंस, बैरिस्टर एट लॉज़, डॉक्टरेट आदि अन्य उपाधियाँ प्राप्त की |

डॉ भीमराव आंबेडकर 1935 ई0 में सरकारी लॉ कॉलेज के प्रधानाचार्य नियुक्त किये गए | जिसमे उन्होंने 2 वर्षो तक अपना योगदान दिया |

भीमराव आंबेडकर ने 32 डिग्रीयां ली थी तथा 9 भाषाओं के जानकार थे |

डॉ भीमराव आंबेडकर अर्थशास्त्री, विधिवेता, लेखक, समाजसुधारक, राजनीतिज्ञ, पत्रकार, प्रोफेसर, शिक्षाविद आदि थे |

बाबासाहेब आंबेडकर ने धर्म परिवर्तन की घोषणा करने के बाद इन्होने 21 सालो तक लगभग सभी मुख्य धर्मो का अध्यन किया |

हिन्दू धर्म में व्याप्त जातिवाद तथा छुआछूत के विरुद्ध हमेशा संघर्ष किया |

आंबेडकर हिन्दू धर्म में जन्मे थे बाद में इन्होने बौद्ध धर्म को अपना लिया जिसको देखकर लाखो अनुयायी तथा दलित हिन्दू बौद्ध धर्म को अपना लिये |

एक स्वंत्रता सेनानी के रूप में देश को आजाद कराने में इन्होने काफी बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया |

डॉ भीमराव आंबेडकर स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून एवं न्याय मंत्री थे |

डॉ भीमराव आंबेडकर भारतीय संविधान के निर्माता थे जिसको लिखने में 2 वर्ष 11 महीने 14 दिन लगे |

भीमराव आंबेडकर द्वारा लिखित संविधान को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया जिसके कारण प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को पुरे देश में संविधान दिवस मनाया जाता है और संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागु किया गया इसलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में पुरे भारत में मनाया जाता है |

डॉ भीमराव आंबेडकर की अगुवाई में 1 अप्रैल 1935 को भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना की गई क्योंकि बाबासाहेब आंबेडकर एक पेशेवर अर्थशास्त्री थे |इनके दिशा निर्देश तथा सिद्धांत के आधार पर भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया का गठन किया गया |

बाबासाहेब आंबेडकर ने जम्मू कश्मीर में लगे अनुछेद 370 का विरोध शुरू से ही किया था |

भारत के तिरंगा झंडा में अशोक चक्र लगाने का श्रेय डॉ भीमराव आंबेडकर का है इन्ही के हस्तक्षेप के कारण आज तिरंगे में अशोक चक्र विराजमान है |

बाबासाहेब आंबेडकर का निधन 6 दिसंबर 1956 को बीमारी से ग्रसित होने के कारण अपने घर दिल्ली में हो गया था उस समय उनकी आयु 65 वर्ष 7 महीने थी |

डॉ आंबेडकर का समाधी स्थल चैत्य भूमि, मुंबई है उनका अंतिम संस्कार 7 दिसंबर 1956 को दादर के समद्रतट पर बौद्ध शैली से किया गया |

डॉ भीमराव आंबेडकर का निवास स्थान – 1. राजगृह, दादर, मुंबई   2. 26, अलीपुर रोड, नई दिल्ली |

भीमराव आंबेडकर को मरणोपरांत 1990 ई0 को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारतरत्न‘ से सम्मानित किया गया |

1920 में डॉ आंबेडकर लंदन में जिस मकान में अध्यन करते थे उसे अब अंतरराष्ट्रीय आंबेडकर मेमोरियल कर दिया गया है |

1966, 1973, 1991, 2001, और 2013 में भीमराव आंबेडकर के जन्म दिन पर भारतीय डाक द्वारा डाक टिकट जारी किया गया |

भीमराव आंबेडकर के जीवन तथा विचारो पर कई फिल्में भी बानी है – भीम गर्जना ( मराठी फिल्म ), डॉ बाबासाहेब आंबेडकर ( इंग्लिश फिल्म), रमाबाई ( कन्नड़ फिल्म ), डॉ बी आर आंबेडकर ( कन्नड़ फिल्म ) आदि |

डॉ भीमराव आंबेडकर के सम्मान में कई सार्वजनिक संस्थान के नाम इनके नाम पर रखा गया है जैसे आंबेडकर अंतररास्ट्रीय हवाईअड्डा, डॉ आंबेडकर मुक्त विश्वविद्यालय आदि |

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Conclusion

Ambedkar Jayanti in HIndi के इस पोस्ट में डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती के बारें में विस्तार से बताने की कोशिश की गई है साथ ही डॉ बाबासाहेब ( भीमराव ) आंबेडकर के बारें में जानकारी – About Bhimrao Ambedkar information in Hindi दी गई है | यदि आप Ambedkar Jayanti in HIndi के इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेंगे तो आपको आंबेडकर की जयंती के बारें में तथा इनके बारें में पूर्ण जानकारी मिल जाएगी | यदि किसी प्रकार के सुझाव हो तो Comments जरूर करें |

हम आशा करते है की Ambedkar Jayanti in HIndi, Dr Bhimrao Ambedkar Jayanti, Babasaheb Ambedkar Jayanti, Dr Bhimrao Ambedkar ke bare mein का पोस्ट पसंद आये तो Share जरूर करें |

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