Ayodhya ka Ram Mandir in Hindi – राम मंदिर के बारे में पूरी जानकारी

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Ayodhya ka Ram Mandir in Hindi – राम मंदिर के बारे में पूरी जानकारी

Ayodhya ka Ram Mandir in Hindi – आज हम इस Article में Ayodhya का Ram Mandir के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में देने जा रहे है | हम कोशिश करेंगे की आपको इस आर्टिकल से अधिक अधिक जानकारी प्राप्त हो सके |

हम इस आर्टिकल में आपको Point Wise Ayodhya ka Ram Mandir के बारे में बताऐंगे जिससे आपको मन में उठे हुए प्रश्नो के उतर मिल सके | इसलिए इस पोस्ट को शुरू से अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़े | आपको काफी knowledge प्राप्त हो जायेगा |

What is Ram Mandir Ayodhya – राम मंदिर अयोध्या क्या है ?

राम मंदिर हिन्दुओं का महत्वपूर्ण मंदिर है जो भारत के उत्तर प्रदेश के अयोध्या में पवित्र नदी सरयू के किनारे पर स्थित है | अयोध्या साकेत के नाम से भी जाना जाता है जो इसका प्राचीन नाम है | यह मंदिर वहाँ स्थित है जहाँ हिन्दुओं का प्रमुख देवता भगवान् राम का जन्म हुआ था | ‘प्रभु श्री राम’ भगवान विष्णु के 7 वें (सातवे) अवतार माने जाते है | भगवान राम का जन्म स्थान होने के कारण यह मंदिर हिन्दुओं के लिए काफी लोकप्रिय है |

प्राचीन काल से ही यहाँ राम मंदिर था और पूजा अर्चना की जाती थी लेकिन 16 वीं शताब्दी में बाबर ने पुरे उत्तर भारत में मंदिरों पर हमला कर उनको नष्ट कर दिया जिसमे अयोध्या का राम मंदिर भी शामिल था | बाद में मुगलों ने मंदिर के ऊपर बाबर के नाम पर बाबरी मस्जिद का निर्माण कर दिया |

हिन्दुओं का प्रमुख देवता राम का जन्म स्थान होने के कारण हिन्दुओं के लिए काफी पीड़ादायक साबित हो रहा था और इसी कारण 1853 ईस्वी में पहली धार्मिक हिंसा की घटना घटी और यह हिंसा का दौर जारी रहा उस समय ब्रिटिश काल था | धार्मिक हिंसा के देखते हुए दिसम्बर 1858 ईस्वी में ब्रिटिश प्रशासन ने हिन्दुओं की पूजा पर बैन लगा दिया और विवादित जमीन पर बाहर चबूतरे पर हिन्दुओं को पूजा करने की अनुमति दी गई |

दिसम्बर 1949 को विवाद फिर जोड़ पकड़ लिया जब मस्जिद के अंदर रामलला की मूर्तियाँ पाई गई जिसके कारण हिंसक झड़प होने लगी यूपी सरकार ने मूर्तियाँ हटाने का आदेश दिया लेकिन मजिस्ट्रेट के के नायर ने कहा हिंसा और भड़क सकती है असमर्थता के कारण सरकार ने मंदिर के गेट पर ताला लगवा दिया |

काफी प्रयासों के बाद 1 February 1986 को जिला न्यायधीश ने हिन्दुओं को पूजा अर्चना के लिए मंदिर का गेट खोलने का आदेश दिया | लेकिन इसके वावजूद हिंसक झड़प होते रहे क्योंकि दोनों समुदाय को एक ही स्थान पर एक ही जगह पूजा अर्चना संभव नहीं थी |

6 दिसम्बर 1992 को हिन्दू संगठनों के द्वारा ( रैली निकाली गई जिन्हें करसेवक कहा गया) अयोध्या का बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया जिससे देशव्यापी दंगे भड़क गए और दंगो में लगभग 2 हजार से ज्यादा की जाने चली गई |

कोर्ट में मामला चलता रहा और धीरे धीरे मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया जिसके कारण अगस्त 2019 में अयोध्या मामलों की सुनवाई रोजाना होने लगी |

16 अक्टूबर 2019 को अंतिम सुनवाई हुई लेकिन फैसला सुरक्षित रख लिया गया |

नवम्बर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के पाँच जजों ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला दिया जिसमें विवादित जमीन का 2 .77 एकड़ भूमि मंदिर को मिली जबकि मस्जिद के लिए 5 एकड़ भूमि अलग से अलग जगह धन्नीपुर गांव में देने का आदेश पारित हुआ |

5 अगस्त 2020 को राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन की शुरुआत की गई तथा मंदिर निर्माण की देखरेख की जिम्मेवारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा किया जाना तय हुआ | मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर उद्घाटन का समय 22 जनवरी 2024 को निर्धारित की गई |

Features of Ram Mandir Ayodhya – राम मंदिर की विशेषताएं

1 . मंदिर का निर्माण पारंपरिक नागर शैली में बनाई गई है जिससे इसकी सुंदरता देखते ही बनती है |

2 . राम मंदिर का पूरा निर्माण कार्य को देख रेख करने वाली एजेंसी का नाम श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट है |

3 . बिल्डर्स का नाम लार्सन एंड टुब्रो है जिन्होंने डिजाइन से लेकर निर्माण तक निःशुल्क देखरेख करने की पेशकश की और इस परियोजना का ठेकेदार बने | लेकिन इनके काम की गुणवत्ता को परखने की जिम्मेवारी टाटा कंस्ट्रक्शन कंपनी को दी गई |

4 . मंदिर के मुख्य वास्तुकार ( Chief Architect ) अहमदाबाद के चंद्रकांत सोमपुरा है जिनकी सहायता उनके दोनों बेटे वास्तुकार निखिल सोमपुरा और आशीष सोमपुरा ने की |

5 . राम मंदिर की लम्बाई 380 फीट (पूर्व से पश्चिम ) तक रखी गई है वहीं चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है | यह मंदिर तीन मंजिला है जिसमे प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट है | पुरे में कुल 392 खम्भे बने है जो काफी सौंदर्यपूर्ण लगता है और द्वार की संख्या 44 है |

6 . मंदिर के अंदर पाँच पंडप (Hall ) बनाये गए जो काफी सुसज्जित है :- 1 . नृत्य मंडप 2 . रंग मंडप 3 . सभा पंडप 4 . प्रार्थना मंडप 5 . कीर्तन मंडप

7 . मुख्य गर्भ गृह में भगवान श्री राम के बाल स्वरुप के दर्शन होंगे वहीं प्रथम तल पर भगवान राम का दरबार बनाया गया है |

8 . मंदिर का प्रवेश पूर्व दिशा से सिंह द्वार के द्वारा होगा जो मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को ३२ सीढियाँ चढ़नी होगी लेकिन दिव्यांगो और बजुर्गों के लिए रैंप और लिफ्ट की भी व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है वहीं श्रद्धालुओं का निकास दक्षिण दिशा किया गया है |

9 . पूरा मंदिर परिसर 70 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है जिसका 70 % क्षेत्र पर्यावरण के लिए सदा हरा भरा रखा जायेगा और मंदिर का क्षेत्र के लिए 2 .7 एकड़ भूमि रखी गई है |

10 . मंदिर के निर्माण के लिए कोई भी लोहा का उपयोग नहीं किया गया है और न ही धरती के ऊपर कोई भी कंक्रीट बिछाई गई है | 21 फीट ऊँची प्लिंथ ग्रेनाइट का उपयोग किया गया है जो मंदिर को धरती के नमी से बचाया रखेगा |

11 . मंदिर के चारो ओर 732 मीटर लम्बी और 14 फीट चौड़ी आयातकार मंदिर परिसर की दीवार बनाई गई है |

12 . राम मंदिर के खभों और दीवारों पर देवी देवताओं की मूर्तियाँ सुशोभित नजर आयेंगी |

13 . तीन मंजिला मंदिर के भूतल यानि गर्भगृह में राम लला की बनी मूर्ति के बाल स्वरुप के दर्शन होंगे जिनकी ऊंचाई 51 inch रखी गई है जो बिल्कुल काले पत्थर से बनाई गई है |

14 . मंदिर में एक विशाल घंटा लगाया गया है जो काफी बड़ा है इसके अलावा कई घंटे लगे है जिसकी वजन 100 किलो से लेकर 500 किलो है |

15. परिसर के चारों कोनों पर चार मंदिर स्थापित की गई है जो काफी आकषर्क तथा सौन्दर्य पूर्ण लगता है जिनके नाम है सूर्य देव मंदिर , देवी भगवती मंदिर, गणेश भगवान मंदिर और शिव मंदिर | इसके उतर दिशा में माँ अन्नपूर्णा मंदिर और दक्षिण दिशा में हनुमान मंदिर की स्थापना की गई है | आस्था के अनुसार आप सभी मंदिरों में जा सकते है पूजा अर्चना कर सकते है |

16 . मंदिर परिसर में प्राचीन कुँआ भी है जो सीता कुंड के नाम से जाना जाता है जो पवित्र कुंड है |

17 . दक्षिण पश्चिम दिशा में कुबेर की पहाड़ी पर भगवान शिव का प्राचीन मंदिर को जीर्णोद्धार किया गया है साथ में जटायु की प्रतिमा भी स्थापित है |

18 . परिसर के भीतर अन्य मंदिर है जो इनके नाम से समर्पित है महर्षि बाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, निषाद राज, महर्षि बशिष्ठ, महर्षि अगस्त्य, माता शाबरी और देवी अहिल्या |

19 . मंदिर के निर्माण में ‘श्री राम‘ लिखा हुआ विशेष ईटों का लगाया गया है जो राम सेतु पूल के निर्माण से समानता रखने की कोशिश की गई है |

20. परिसर के अंदर तीर्थयात्री सुविधा केंद्र ( Pilgrims Facility Centre ) का निर्माण किया गया है जिसमे एक साथ 25000 दर्शनार्थी इस सुविधा का लाभ उठा सकते है जिसमे शौचालय, लॉकर साथ में चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध रहेंगे |

21 . दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के प्रांगण में कई अन्य सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है जैसे स्नानगृह, वाश वेसिन, शौचालय, ओपन टैप्स (खुले नल) आदि आपको मिल जायेंगे तथा साफ सफाई और स्वच्छ वातावरण की भी काफी व्यवस्था की गई है |

22 . सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर के परिसर में काफी मशीन भी establish की गई है जैसे – जल उपचार संयंत्र, पावर स्टेशन, सीवेज treatment Plant, अग्निशमन सेवा आदि |

23 . राम मंदिर अयोध्या ( Ayodhya ka Ram Mandir ) को काफी भव्य रूप दिया गया है साथ ही सभी सुविधाओं और वातावरण की स्वच्छता का भी ध्यान रखा गया है मंदिर की अनुमानित लागत ( Ayodhya ka Ram Mandir cost ) लगभग 1800 करोड़ आंकी गई है |

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Conclusion :-

Ayodhya ka Ram Mandir in Hindi – के इस पोस्ट में अयोध्या का राम मंदिर के बारें में जानकारी देने की पूरी कोशिश की गई है तथा साथ में (Features of Ram Mandir Ayodhya) इसकी विशेषता के बारें में भी विस्तार से बताया गया है फिर भी यदि कोई सुझाव हो तो कमेंट करे |

हम आशा करते है की यदि आपने यह पोस्ट ध्यानपूर्वक पढ़ी होगी तो राम मंदिर के बारें में काफी ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त हुई होगी | यदि पसंद आये तो Share जरूर करे जिससे और लोगो को इसके बारें में जानकारी मिल सके | धन्यवाद !

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