Ram Navami in Hindi – रामनवमी के बारे में पूरी जानकारी
Ram Navami in Hindi – आज हम इस आर्टिकल में आपको राम नवमी के बारें में पूरी जानकारी हिंदी में देने जा रहे है | आप हमारे Artcile में आये है तो आपको Ram Navami के बारे में जानने की उत्सुकता होगी जिसका पूरा वर्णन हम Hindi में करने जा रहे है | हम आशा करते है कि आपको Ram Navami का Festival के बारे में इस आर्टिकल से अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त हो सके |
हम इस आर्टिकल में हिन्दू धर्म के रामनवमी का महापर्व के बारे में अधिक से अधिक आपके प्रश्नो का उतर Point Wise देने की कोशिश करेंगे | इसलिए आप इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक जरूर पढ़े आपको काफी नॉलेज इस Post के माध्यम से प्राप्त होगा |
What is Ram Navami in Hindi – राम नवमी क्या है ?
रामनवमी हिन्दुओं का महापर्व है जो चैत्र माह के शुक्ल पक्ष के नवमी के दिन मनाया जाता है यह पर्व अप्रैल मई के महीने में आता है
Ram Navami का त्यौहार आराध्य देव भगवान श्री पुरुषोत्तम राम के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में पुरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अलग-अलग जगहों पर गाजे बाजे के साथ काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है |
इस दिन देवी देवता जैसे भगवान श्री राम , लक्ष्मणजी , माता सीता, और वीर हनुमान आदि की शोभायात्रा निकाली जाती है | तथा मंदिरों को काफी सुसज्जित ढंग से सजाया जाता है क्योंकि इन मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए काफी भीड़ उमड़ती है | तथा प्रसाद का भी वितरण किया जाता है और रात्रि में जागरण का कार्यक्रम भी होता है |
भारत में अलग-अलग जगहों पर काफी बड़ी बड़ी पुरषोतम भगवान राम की शोभा यात्रा निकलती है जिसमें उस क्षेत्र के काफी लोग इस शोभा यात्रा में शामिल होते है इसमें पुरुष के अलावा महिलाएं काफी बढ़ चढ़ कर भाग लेती है और शोभा यात्रा में शामिल होती है जो देखते ही बनती है | प्रत्येक हिन्दू परिवार अपने घरों में रामनवमी का ध्वज फहराते है और शोभा यात्रा में ध्वज लेकर अपने क्षेत्र में शोभा यात्रा के साथ घूमते है |
यदि आप रामनवमी का शोभा यात्रा का youtube वीडियो देखना चाहते है तो Link मैं दे रहा हूँ video पर Click करके देख सकते है |
Ram Navami Kyon Manaya Jata Hai – राम नवमी क्यों मनाई जाती है ?
हिन्दू धर्म ग्रन्थ के अनुसार इसी दिन मर्यादा पुरषोत्तम भगवान राम का जन्म त्रेतायुग में हुआ था | रामनवमी के त्यौहार भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है पुरुषोतम राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार है | इसलिए इस दिन का काफी महत्व है हिन्दू धर्म में लोग इस दिन को काफी शुभ मानते है |
Ram Navami के दिन भगवान राम (Lord Rama ) के प्रति इतनी आस्था रखते है कि लोग पुरे दिन व्रत रखते है | सुबह से ही साफ़ सफाई स्नान के अलावा रामचरित्र मानस का पाठ घरों तथा मंदिरों में चालू हो जाता है |
अलग अलग राज्य, देश, विदेश में आस्था रखने वाले लोग पुरे दिन भगवान श्री राम का उत्सव मनाने में मगन हो जाते है भगवान श्री राम के स्मरण के साथ साथ पूजा पाठ, हवन, प्रसाद वितरण, शोभायात्रा तथा रात्री जागरण आदि कार्यक्रम में भाग लेते है |
इस दिन सरयू नदी में अयोध्या के आलावा देश विदेश से लोग स्नान करने पहुंचते है मान्यता है की इस दिन स्नान करने से सभी पापों का नाश हो जाता है |
History of Ram Navami in HIndi – रामनवमी का इतिहास क्या है ?
रामनवमी भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है | भगवान राम का जन्म उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगरी में सरयू नदी के तट पर त्रेता युग में राजा दशरथ के यहाँ रावण के अत्याचारो को समाप्त करने और दुष्ट प्राणियों के संहार करने के लिए मृत्युलोक में भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में राजघराने में हुआ था |
राजा दशरथ की तीन पत्नियां थी लेकिन बहुत दिनों तक इन रानियों का कोई भी संतान नहीं हुई जिसके कारण राजा दशरथ काफी दुखी रहते थे | ऋषि विशिष्ठ ने राजा को पुत्र प्राप्ति हेतु यज्ञ करने को कहा | राजा दशरथ ने महर्षि ऋष्यश्रृंग से यज्ञ को करवाया जिसके उपरान्त अग्निकुंड से खीर की प्राप्ति हुई | महर्षि ऋष्यश्रृंग ने तीनो रानियों को खीर खाने के लिए दिया खीर खाने के कुछ दिनों के बाद ही तीनो रानियाँ गर्भवती हो गई |
राजा दशरथ की पहली रानी कौशल्या से सबसे पहले भगवान् राम का जन्म हुआ उसके बाद कैकयी से भारत और सुमित्रा से दो जुड़वाँ लक्ष्मण और शत्रुधन का जन्म हुआ | भगवान राम रघुकुल यानि रघुवंश में जन्म लेने के कारण इनको रघुवंशी रघुपति, राघवेंद्र भी कहा जाता है ग्रन्थ के अनुसार भगवान् सूर्यदेव इनके पूर्वज कहे जाते है |
भगवान राम बचपन से ही अद्भुत बालक थे उन्होंने कई बाल लीलाएँ भी की जिसका वर्णन हिन्दुओं का प्रमुख धर्म ग्रन्थ रामचरितमानस (Ramcharitmanas) रामायण में है जिसमें प्रभु श्री राम के बारें पूर्ण जानकारी दी गई है |
इस पवित्र ग्रन्थ में किस तरह से अनेको अत्याचारी असुरों का संहार किया | माता कैकई ने किस तरह से चौदह वर्ष वनवास पुत्र प्रभु श्री राम को अपने वचन के बदले राजा दशरथ के द्वारा दिया गया | पिता के आदेश मात्र से ही उन्होंने राजमहल त्याग कर चौदह वर्षो के लिए वनवास साथ में भाई लक्ष्मण और माता सीता भी गई जिसका पूरा वर्णन ग्रन्थ में है |
उस समय अत्याचारी असुर पृथ्वी लोक पर त्रहिमाम मचा रखे थी लोग काफी भयभीत थे | वनवास काल में प्रभु श्री राम ने कई असुरों का संहार किया जिसका पूरा वर्णन आप रामायण में पढ़ सकते है वनवास काल में ही प्रभु श्री राम के परम भक्त हनुमान से भेट हुई | सुग्रीव और बाली का युद्ध किस तरह से हुआ तथा अंत में सुग्रीव को राजगद्दी मिलने का वर्णन भी पढ़ सकते है |
रावण के द्वारा माता सीता का अपहरण से लेकर वीर हनुमान ने लंका को किस तरह से विनाश किया तथा अंत में रावण का वध भगवान राम के द्वारा किया गया | इस तरह अनेको अत्याचारी असुरों का वध कर मनुष्य जाति का उद्धार किया गया |
यदि आप हमारे इस पोस्ट को पढ़ रहे है तो एक बार आप प्रसिद्ध ग्रन्थ रामायण को जरूर पढ़े आपको मर्यादा पुरषोत्तम राम के बारे में काफी ज्ञान प्राप्त हो जायेगा |
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Importance of Ramnavami – रामनवमी का महत्व
भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में रामनवमी मनाई जाती है नवरात्र से ही श्री राम के रामनवमी के तैयारी जोरशोर से शुरू हो जाती है माँ दुर्गा का नवरात्र का पाठ किया जाता है नौवे दिन राम नवमी मनाई जाती है | ग्रंथो के अनुसार- प्रभु श्री राम परम पूज्य भगवान विष्णु के सातवे अवतार है | अयोध्या का रामनवमी काफी भव्य होता है |
भगवान राम ने जितने भी कार्य किए अपने मर्यादा में रखकर तथा संयम से किये और दुष्टों का नाश किया और उसपर विजय हासिल किये | इनके चरित्र से हमें काफी सीख मिलती है |
एक व्यक्ति का चरित्र भगवान् राम ( Shree Ram ) के जैसा होना चाहिए इसलिए इन्हे पुरषोत्तम राम कहा गया है यानि जो पुरषों में उत्तम हो श्रेष्ठ हो | इनके अनुयायी और भगवान् राम में आस्था रखने वाले व्यक्तियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है | भारतवर्ष के अलावा विदेशों के कई देशों में भगवान् राम को आदर्श और पूज्य मानते है इनकी संख्या काफी है |
प्रभु राम के जयंती पर तथा इनके अन्य त्यौहार पर व्रत रखते है पूजा अर्चना तथा हवन की जाती है नदियों में स्नान करते है मंदिरों तथा घरों में रखे मूर्तियों को काफी सजाया जाता है | दीप जलाये जाते है |
ऐसी मान्यता है की भगवान् राम में आस्था रखने से पूजा अर्चना तथा हवन करने से मनोकामना पूर्ण होती है तथा मनवांछित फल की प्राप्ति होती है |
रामनवमी के दिन अलग अलग जगहों पर मेले का भी आयोजन किया जाता है, प्रसाद वितरण होता है साथ ही बहुत जगह भंडारा का भी आयोजन होता है रात्रि जागरण और अन्य कार्यक्रम भी किये जाता है | लोगो की काफी भीड़ रहती है |
प्रभु राम की महिमा की जितनी भी बखान की जाय कम है राम-नाम जपने से ही आधा कष्ट खत्म हो जाता है | मिलन का प्रारंभ भी राम राम कह कर करते है | यदि व्यक्ति कष्ट में होता है तो हे राम का नाम लेता है | राम का नाम लेने से बजरंग बली ( वीर हनुमान ) की कृपा बनी रहती है | उनकी आत्मा पवित्र हो जाती है साथ में शक्ति और सुफुर्ति भी मिलती है | बजरंग बली भगवान् राम के परम भक्त है |
ग्रंथो में कहा गया है देवो का देव भगवान् महादेव भी राम का नाम जाप करते है | यहाँ तक लोग अंतिम सांस के क्षणों में भी राम का नाम लेते है जिससे उनकी आत्मा की मोक्ष की प्राप्ति होती है |
यदि आप इनके महिमा का गुणगान तथा पूर्ण जानकारी लेना चाहते है तो रामचरित्र मानस का अध्ययन जरूर करे | आपको काफी ज्ञान प्राप्त हो जायेगा |
Conclusion :-
Ram Navami in Hindi के इस पोस्ट में रामनवमी पर्व के बारें में विस्तार से बताने की कोशिश की गई है जो भारत का Famous Hindu Festival है जिसमे History of Ram Navami Hindi, Importance of Ramnavami Hindi, Ram Biography Hindi, Ramcharitmanas Ramayan in Hindi आदि बातों को कवर किया गया है जिससे आपको ज्यादा से ज्यादा समझ में आ सके फिर भी किसी तरह का सुझाव हो तो जरूर बतायें |
हम आशा करते है कि आपको यह Article जरूर पसंद आया होगा | आगे के संस्करण में हम आपको और deeply बताने की कोशिश करेंगे धन्यवाद !