Computer Kya Hai in Hindi -की पूरी जानकारी प्रश्न और उत्तर
Computer Kya Hai in Hindi – के इस पोस्ट में Computer Kya Hai के बारें में पूरी जानकारी हिंदी में step-by-step दी गई है ऐसे तो आपको ( about computer ) कंप्यूटर के बारे में कुछ जानकारी होगी ही | क्योंकि कंप्यूटर का क्षेत्र इतना विस्तृत हो चूका है की ऐसा कोई भी क्षेत्र बचा हुआ नहीं है जिसमे कंप्यूटर का वर्क न होता हो |
लेकिन पूर्ण जानकारी न होने के कारण आपके मन में हमेशा जिज्ञासा उठती होगी कि Computer kya hai ( What is Computer ) तथा यह इतना तेजी से कैसे काम करता है ? यह कितने प्रकार का होता है ? इसकी विशेषता क्या क्या है ? इनके पार्ट्स के नाम क्या क्या है ? आदि अनेको प्रश्नो का जवाब हम Computer Kya Hai in Hindi के इस पोस्ट के माध्यम से देंगे | यदि इस पोस्ट को शुरू से अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़ेंगे तो कंप्यूटर के बारें में पूरी जानकारी एक ही जगह मिल जाएगी | मेरा मुख्य उद्देश्य आपको ( about computer in hindi ) हिंदी में कंप्यूटर के बारें में विस्तार से जानकारी देना है | तो आइये जानते है कि Computer Kya Hai in Hindi ताकि आपके मन में उठे हुए प्रश्न का हल मिल सके |
Table of Contents
कंप्यूटर क्या है – What is Computer in Hindi ?
कंप्यूटर एक Electronics Device है जो input के रूप में raw data या information को लेता है तथा स्टोर करने के बाद उसे कम्पलीट प्रोसेसिंग के लिए भेज दिया जाता है processing होने के बाद हमारा required output रिजल्ट देता है | कंप्यूटर की यही प्रक्रिया चलती रहती है |
दूसरे शब्दों में – यदि हम कंप्यूटर से किसी प्रकार का सुचना या इनफार्मेशन चाहते है तो इसके लिए हमें उसी प्रकार के instruction या command का use करना होता है तभी वह हमारे इंस्ट्रक्शन या इनफार्मेशन को समझता है क्योंकि कंप्यूटर को स्वयं सोचने समझने की क्षमता नहीं होती है कंप्यूटर के अंदर हम जो भी प्रोग्राम लोड करते है वह उसी पर काम करता है हम जैसा इंस्ट्रक्शन कमांड के माध्यम से देंगे वह वही काम करेगा जिसे input देना कहते है वह हमारे इनफार्मेशन या रॉ डाटा को लेता है तथा वह अपने मेमोरी में स्टोर करता जाता है अंत में instruction या command के अनुसार प्रोसेसिंग के लिए भेज देता है प्रोसेसिंग होने के बाद हमारा required output result दे देता है | कंप्यूटर की कार्य प्रणाली इसी diagram के अनुसार चलती है |
Computer शब्द कहाँ से लिया गया है ?
Computer शब्द लैटिन भाषा के “Computare” शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ है Compute करना यानि गणना करना | सीधी भाषा में Calculation करने वाली मशीन इसलिए इस गणक या संगणक भी कहते है | शुरुआत में इसका उपयोग calculation करने के लिए ही किया जाता था यह एक तरह से कैलकुलेटर मशीन ही था जो आज इसका क्षेत्र काफी विस्तृत हो चुका है | आज हर क्षेत्र में अलग अलग काम के लिए इसका उपयोग किया जाता है आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जिसमे कंप्यूटर का वर्क न होता हो |
कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया ?
सन 1822 ई0 में Charles Babbage ने कंप्यूटर का अविष्कार किया था | Charles Babbage ने एक Analytical Engine का निर्माण किया जो गणना करने में सक्षम था लेकिन यह काफी बड़ा तथा भारी था जो एक कमरे को भी occupy कर लेता था साथ में यह काफी खर्चीला भी था | इसका खर्च विर्टिश सरकार ने वहन किया था | इसको और modify करने के बाद एक मशीन का निर्माण किया जिसे Differential engine का नाम रखा गया | यही आधुनिक कंप्यूटर का आधार बना | पहला प्रोग्रामिंग कंप्यूटर डिज़ाइन करने के कारण Charles Babbage को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है |
कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है What is full form of Computer ?
कम्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक्स मशीन है जो लैटिन भाषा के “Computare” शब्द से निकला है | Compute यानि गणना करना | Compute + R = Computer यानि गणना करने वाली मशीन |
अब computer का full form का जहाँ तक सवाल है इसका साधारणतः कोई full form नहीं होता है फिर भी ग्लोबली जो फुल फॉर्म use किया जाता है उसका फुल फॉर्म निचे दे रहे है :- Computer full form
C- Commonly , O- Operated, M- Machine, P- Particularly, U- User for, T- Technical, E- Educational, R- Research
कंप्यूटर का विकास का वर्गीकरण – Computer Generation in Hindi
यदि हम कंप्यूटर का इतिहास देखे तो पुराने कंप्यूटर और आज के कंप्यूटर में काफी अंतर आ चुका है पहले का जो कंप्यूटर था वह आकार में बहुत बड़ा, वजनदार तथा slow होता था | पूरा एक रूम को occupy कर लेता था | इसे चालू करने के लिए काफी इलेक्ट्रिसिटी वाट की भी जरुरत होती थी लेकिन धीरे धीरे जनरेशन के अनुसार इसे हल्का तथा छोटा किया गया | आज का कंप्यूटर इतना छोटा तथा फ़ास्ट हो गया है कि कोई भी काम फटा फट कर सकते है तथा एक से दूसरे जगह आसानी से ले जा सकते है | इलेक्ट्रिसिटी वाट को भी काफी कम किया गया है |
विकास के अनुसार डिवाइस में काफी परिवर्तन किया गया है | कंप्यूटर के प्रत्येक जनरेशन में इसके आकार, वजन, बिजली की खपत तथा कार्यशीलता में काफी अंतर आया है | प्रत्येक जनरेशन में अलग अलग प्रकार के कंप्यूटर का जन्म होने के कारण विकास के अनुसार इसे अलग अलग वर्गीकृत किया गया है जिसे कंप्यूटर जनरेशन का नाम दिया गया है |
कंप्यूटर के विकास या Generation के अनुसार इसे पांच भागो में विभाजित किया गया है |
GENERATION | Component |
First Generation 1946 – 1956 | Vaccume Tube |
Secoond Generation 1956-1964 | Transistor |
Third Generation 1964-1971 | Integrated Circuit |
Fourth Generation 1971-19785 | VLSI (Very Large Scale Integrated Circuit) Microprocessor |
Fifth Generation 1985 to Present | ULSI (Ultra Large Scale Integrated Circuit) Micorprocessor |
प्रथम पीढ़ी – First Generation of Computer in Hindi
प्रथम पीढ़ी 1946 ई0 से 1956 ई0 को कहते है जिसमे प्रथम कंप्यूटर ENIC (Electronic Numerical Integrator and Calculator) को दो वैज्ञानिक J. P. Eckert और J. W. Mauchly ने किया था | इसमें जो कॉम्पोनेन्ट का उपयोग किया गया उसका नाम वैक्यूम ट्यूब था |
First Generation Computer Name
1. ENIC (Electronic Numerical Integrator and Calculator) |
2. EDVAC (Electronic Discrete Variable Automatic Computer) |
3. UNIVAC (Universal Automatic Computer) |
4. IBM -701 |
Characteristics of First Generation Computer
1. आकार में बहुत बड़ा | |
2. काफी खर्चीला ( Expensive ) | |
3. मशीन बहुत जल्द गरम हो जाता था जिससे गर्मी बहुत पैदा होती थी | |
4. वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग ( इसमें बहुत सारे Vacuum Tube का उपयोग होता था ) | |
5. Input और Output devices का काम बहुत slow होता था | |
6. बिजली की खपत बहुत ज्यादा होती थी | |
7. मशीन को चालू करने के लिए बहुत ज्यादा बिजली की वाट की जरुरत होती थी | |
8. मशीन को चलाने के लिए एक से ज्यादा यूजर की आवश्यकता होती थी | |
9. कंप्यूटर को ऑपरेट करने के लिए मशीन लैंग्वेज का ज्ञान होना आवश्यक था | |
10. मशीन को एक से दूसरे जगह ले जाना काफी कठिन ( non-portable) था | |
11. मशीन तथा रूम को ठंढा करने के लिए एयर कंडीशन की जरुरत होती थी | |
12. स्टोरेज के लिए मेग्नेटिक ड्रम का उपयोग | |
13. डिजिटल डाटा के लिए पंच कार्ड का उपयोग | |
द्वितीय पीढ़ी – Second Generation of Computer in Hindi
द्वितीय पीढ़ी 1956 ई0 से 1964 ई0 को कहते है | इस पीढ़ी में Transistor का उपयोग किया गया जो मुख्य कॉम्पोनेन्ट था | यह component वैक्यूम ट्यूब से काफी बेहतर था | इसका अविष्कार विलियम शोकले ( William Shokley ) ने सन 1947 ई0 में किया था | इस कॉम्पोनेन्ट को आने के बाद द्वितीय पीढ़ी के लिए एक वरदान साबित हुआ इसने कंप्यूटर के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया |
Second Generation Computer Name
1. IBM – 1620 |
2. IBM – 1401 |
3. CDC – 3600 |
4. CDC – 1604 |
5. HONEYWELL 400 |
Characteristics of Second Generation Computer
1. Transistor Component का प्रयोग | |
2. कंप्यूटर को ऑपरेट करने के लिए एक से दो यूजर की आवश्यकता | |
3. प्रथम पीढ़ी की तुलना में आकार में छोटा | |
4. मशीन तथा रूम को ठंढा करने के लिए एयर कंडीशन की आवश्यकता | |
5. प्रथम पीढ़ी की तुलना में अधिक विश्वसनीय एवं फ़ास्ट | |
6. प्रथम पीढ़ी की तुलना में इलेक्ट्रिसिटी की काम खपत | |
7. प्रथम पीढ़ी की तुलना में कम खर्चीला | |
8. COBOL एवं FORTRAN जैसे हाई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग | |
9. मेमोरी के लिए मेग्नेटिक टेप और डिस्क का उपयोग | |
10. मेमोरी डिवाइस, प्रिंटर और ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग | |
तृतीय पीढ़ी – Third Generation of Computer in Hindi
तृतीय पीढ़ी 1964 ई0 से 1971 ई0 को कहते है इस पीढ़ी में IC (Integrated Circuit) का प्रयोग किया जाने लगा जो इस पीढ़ी का मुख्य कॉम्पोनेन्ट था | इसका अविष्कार 1958 ई0 में जैक किल्बी ( Jack Kilby ) ने किया जो Texas Instrument company के इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे | इस कॉम्पोनेन्ट के आने के बाद कंप्यूटर के क्षेत्र में काफी विकास तथा बदलाव आ गए |
Third Generation Computer Name
1. IBM – 360 |
2. ICL 2903 |
3. IBM – 370 |
4. PDP – 8 |
5. ICL – 1900 |
Characteristics of Third Generation Computer
1. IC (Integrated Circuit) का उपयोग, जिसमे transistor, resistors, Capacitor, को मिलकर एक छोटा chip जिसे IC कहते है | |
2. वजन में कमी, फ़ास्ट स्पीड, Low Cost |
3. पहले की तुलना में अधिक विश्वसनीय |
4. अधिक पोर्टेबल तथा रख रखाव में काफी आसान | |
5. AC (Air Condition) की आवश्यकता | |
6. प्रथम तथा द्वितीय पीढ़ी की तुलना में आकार में काफी कमी |
7. बिजली की कम खपत | |
8. पहले की तुलना में heat में कमी | |
चतुर्थ पीढ़ी – Fourth Generation of Computer in Hindi
चतुर्थ पीढ़ी 1971 ई0 से 1985 ई0 को कहते है | इस पीढ़ी में IC (Integrated Circuit) को और अधिक विकसित किया गया जिसे VLSI (Very Large Scale Integrated Circuit) कहा जाता है इसमें हजारो IC तथा अन्य कॉम्पोनेन्ट को मिलकर एक छोटा सिलिकॉन Chip बनाया गया जो बहुत ही पावरफुल और फ़ास्ट था | जिसे Micro Processor का नाम दिया गया इस प्रकार के कंप्यूटर को माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer) कहा जाता है | हम इसे पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer) भी कहते है |
Forth Generation Computer Name
1. STAR -1000 |
2. PDP-11 |
3. DEC-10 |
4. CRAY-1 Super Computer |
5. IBP-4341 |
Characteristics of Fourth Generation Computer
1. VLSI तकनिकी यानि माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग | |
2. तीनो पीढ़ी की तुलना में अधिक पोर्टेबल तथा विश्वसनीय | |
3. बिजली की खपत बहुत कम ना के बराबर | |
4. कंप्यूटर के heating में कमी के कारण AC (Air condition) की कोई आवश्कता नहीं | |
5. पर्सनल कंप्यूटर बनने तथा कीमत में कमी के कारण सभी के लिए सुलभ | |
6. सभी हाई लेवल लैंग्वेज का उपयोग जैसे :- JAVA, PHP, C, C++, DBASE आदि |
7. उच्च मेमोरी कैपेसिटी | |
8. अकार में बहुत छोटा इतना छोटा की आप अपने हथेली में रखकर एक से दूसरे स्थान आसानी से ले जा सकते है | |
पांचवी पीढ़ी – Fifth Generation of Computer in Hindi
पांचवी पीढ़ी में 1985 ई0 से लेकर आज तक तथा भविष्य में आने वाली सभी कम्प्यूटर्स को इसके अंतर्गत रखा गया है | इस पीढ़ी में VLSI (Very Large Scale Integrated Circuit) को और विकसित कर ULSIC (Ultra Large Scale Integrated Circuit) चिप का माइक्रोप्रोसेसर use किया जाने लगा | इस चिप को आने से कंप्यूटर का क्षेत्र इतना विकसित हुआ कि वैज्ञानिक आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस AI (Artificial Intelligence) के बारें में सोचने लगे | इस विषय पर काफी शोध चल रहा है तथा सॉफ्टवेयर बनाने की कोशिश की जा रही है ताकि computer user की भाषा को समझ सके तथा उसका उतर भी दे सके |
Fifth Generation Computer Name
1. Desktop |
2. Laptop |
3. Notebook |
4. Palmtop |
5. Ultrabook |
Characteristics of Fifth Generation Computer
1. ULSIC (Ultra Large Scale Integrated Circuit) चिप का माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग | |
2. AI (Artificial Intelligence) विकसित करने की कोशिश | |
3. इंटरनेट तथा मल्टीमीडिया का अत्यधिक विकास | |
4. कंप्यूटर के मॉडल में अलग अलग आकर तथा प्रकार का अत्यधिक विकास | |
5. हाई लेवल लैंग्वेज का उपयोग जैसे :- JAVA, C, C++, html, .Net आदि | |
6. हाई मेमोरी कैपेसिटी | |
7. कंप्यूटर में Heating ना के बराबर होने के कारण हम इसपर घंटो काम कर सकते है | |
8. इंटरनेट तथा नेटवर्किंग के क्षेत्र में काफी विकास | |
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Conclusion
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